संचार/ संप्रेषण प्रतिरूप के कार्य क्या हैं? Functions of communication model in hindi

 

संचार/ संप्रेषण प्रतिरूप के कार्य (Functions of communication model)

संचार/ संप्रेषण प्रतिरूप के कार्य 

प्रत्येक संप्रेषण प्रक्रिया को हम देख नहीं सकते, उसे स्पर्श भी नहीं कर सकते, किंतु समझ सकते हैं। समझने की प्रक्रिया में न्यादर्श सहायक होता है। सिद्धांतों की रचना करने में भी यह सहायक होता है। ड्यूस्क ने न्यादर्श के प्रमुख निम्नलिखित चार कार्य बताए हैं-

संगठित करना (Organising)

प्रतिरूप तथ्यों एवं आंकड़ो को एकत्रित कर एक व्यवस्थित एक में सजाता है, अर्थात किस तत्व को कहा, किस रूप में रखना है? उन तत्वों के आपसी संबंधों का निर्धारण करना और उसे उसी रूप में प्रस्तुत करने का काम इसके द्वारा होता है।

स्वतः अन्वेषण संबंधी कार्य (Heuristic)

प्रतिरूप में ऐसी प्रणाली होती है, कि उसके द्वारा नए तथ्यों की खोज करने में सहायता मिलती है।

अनुमान योग्य बनाना (Predictivity)

प्रतिरूप से भविष्य की संभावित परिस्थितियों का अनुमान भी लगाया जाता है। यदि प्रतिरूप में स्पष्ट व्याख्या की गई है, तो ही अनुमान लगाने की संभावना बनती है।

मापन संबंधी कार्य (Measuring function)

विषय के स्तर के निर्धारण में भी न्यादर्श कार्य करता है। इसके लिए दो मुख्य आधार है।
1. गुणवत्ता
2. संख्यात्मक प्रस्तुतीकरण।

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