प्रतिरूप का मूल्यांकन बताइए? Evaluation of model in hindi
प्रतिरूप का मूल्यांकन (Evaluation of model)
प्रतिरूप का मूल्यांकन |
संचार प्रतिरूपप के कार्यों के आधार पर न्यादर्श के मूल्यांकन किए जा सकते हैं। जैसे-
- प्रतिरूप में कितनी समानता है? इसमें कितने तत्वों को कितने प्रभावी ढंग से शामिल किया जा सकता है?
- प्रतिरूप में स्वतः शोध प्रणाली का गुण किस हद तक मौजूद है? यह नए तथ्यों एवं प्रणालियों की खोज तथा उनके आपसी संबंधों की खोज में कितना उपयोगी है?
- प्रतिरूप से निकलने वाले पूर्वानुमान किस हद तक महत्वपूर्ण हैं?
- प्रतिरूप से की जाने वाली माप किस हद तक शुद्ध है?
ड्यूस्क ने प्रतिरूप के इन मूल्यांकन के अतिरिक्त भी निम्नलिखित सिद्धांतों को और सम्मिलित किया है।
- प्रतिरूप कितना मौलिक है? या यह कैसे न्यादर्श होने योग्य है?
- प्रतिरूप की सरलता क्या है? यह कितना कम खर्चीला है?
- प्रतिरूप कितना वास्तविक है? क्या इसमें भौतिक वास्तविकता के प्रतिनिधित्व पर विश्वास किया जा सकता है।
उक्त मानदंडों का मूलाधार सिद्धांत निर्माण में उनका योगदान है। किंतु, अतिरिक्त निम्नलिखित विशेषताओं के आधार पर भी सृजनात्मक प्रतिरूपों का मूल्यांकन किया जा सकता है।
1. प्रमाणिकता (Validity)
2. लोचशीलता एवं सामान्यता (Flexibility and Generality)
3. मापन परिष्कार (Measurement Sophistication)
4. सार्थकता (Significance)
5. आंतरिक तर्क-संगति (Internal Logic)
Wow this blog is very nice
जवाब देंहटाएंI like your blog
जवाब देंहटाएंImpressive, thanx for the post पत्रकार सखी👌
जवाब देंहटाएंYou're doing a great job shivangi
जवाब देंहटाएंKeep it up🙂